जींद रियासत के राजा रघुबीर सिंह ने श्री हरि कैलाश मंदिर यानि भूतेश्वर
मंदिर का निर्माण अमृतसर के स्वर्ण मंदिर की तर्ज पर करवाया था। कहा जाता
है कि इस तालाब में रानी सुरंग के रास्ते से स्नान व पूजा करने आती थी इसी
कारण इसे बाद में रानी
तालाब कहा जाने लगा। इसे शाही परिवार का पूल भी कहा जाता था।
तेरी दुनिया से होके मजबूर चला गाना तो आपने सुना ही होगा, देखा भी है क्या? देखा होगा तो गौर से नहीं देखा होगा। अब जब भी समय लगे तो जरुर गौर से देखियेगा। दरअसल हम आपसे इतना अनुरोध इसलिये कर रहे हैं क्योंकि इस गीत को जहां फिल्माया गया वह जगह कहीं और नहीं बल्कि हमारे अपने प्रदेश हरियाणा के लगभग मध्य में स्थित और एक समय पर रियासत रहे जींद जिले की है। जींद के भी सिटी सिंबल माने जाने वाले रानी तालाब पर यह गीत फिल्माया गया था। निर्माता-निर्देशक राजेंद्र भाटिया के निर्देशन में बनी फिल्म पवित्र-पापी का यह गाना था जो कि 1970 में बनी थी। उस दौर में यह तालाब फिल्मकारों को अपनी ओर आकर्षित करता था। तालाब में भगवान शिव का मंदिर है जिसे कैलाश मंदिर और भूतेश्वर मंदिर भी कहा जाता है।
रानी तलाब क्यों पड़ा इस तलाब का नाम...
तालाब कहा जाने लगा। इसे शाही परिवार का पूल भी कहा जाता था।
तेरी दुनिया से होके मजबूर चला गाना तो आपने सुना ही होगा, देखा भी है क्या? देखा होगा तो गौर से नहीं देखा होगा। अब जब भी समय लगे तो जरुर गौर से देखियेगा। दरअसल हम आपसे इतना अनुरोध इसलिये कर रहे हैं क्योंकि इस गीत को जहां फिल्माया गया वह जगह कहीं और नहीं बल्कि हमारे अपने प्रदेश हरियाणा के लगभग मध्य में स्थित और एक समय पर रियासत रहे जींद जिले की है। जींद के भी सिटी सिंबल माने जाने वाले रानी तालाब पर यह गीत फिल्माया गया था। निर्माता-निर्देशक राजेंद्र भाटिया के निर्देशन में बनी फिल्म पवित्र-पापी का यह गाना था जो कि 1970 में बनी थी। उस दौर में यह तालाब फिल्मकारों को अपनी ओर आकर्षित करता था। तालाब में भगवान शिव का मंदिर है जिसे कैलाश मंदिर और भूतेश्वर मंदिर भी कहा जाता है।
रानी तलाब क्यों पड़ा इस तलाब का नाम...
- जींद रियासत के राजा रघुबीर सिंह ने श्रीहरि कैलाश मंदिर यानि
भूतेश्वर मंदिर का निर्माण अमृतसर के स्वर्ण मंदिर की तर्ज पर करवाया था।
-
रघुबीर सिंह ने 1864 से 1880 तक राज किया था। 1887 में उनकी मृत्यु हो गई
थी। रानी तालाब के निर्माण की सही तिथि किसी किताब में नहीं है।
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कहा जाता है राजा ने यहां एक सुरंग भी बनवाया था, जो तालाब को महल से
जोड़ती थी। इसको बनाने के पीछे कारण ये था कि रानी स्नान कर लोगों की नजरों
में आए बिना सीधे महल में जा सके।
- महारानी अपने महल से इस
तालाब में सुरंग के रास्ते से नहाने और पूजा करने आती थी। इसी कारण इसे बाद
में रानी तालाब कहा जाने लगा। इसे शाही परिवार का पूल भी कहा जाता था।
- सुरंग के अवशेष आज भी देखे जा सकते हैं। इस मंदिर में अन्य देवी देवताओं की भी कई मूर्तियां भी हैं।
- तालाब में भगवान शिव का मंदिर है जिसे कैलाश मंदिर और भूतेश्वर मंदिर भी कहा जाता है।
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इस मंदिर का नाम भूतेश्वर मंदिर इसलिए पड़ा, क्योंकि यह मंदिर भगवान शिव
को समर्पित है, जिन्हें यहां भूतनाथ कहा जाता है। भूतनाथ, भूतों एवं
आत्माओं के स्वामी हैं।