✅ 20 मार्च - प्रसन्नता का अंतरराष्ट्रीय दिवस : 𝙸𝙽𝚃𝙴𝚁𝙽𝙰𝚃𝙸𝙾𝙽𝙰𝙻 𝙳𝙰𝚈 𝙾𝙵 𝙷𝙰𝙿𝙿𝙸𝙽𝙴𝚂𝚂 😊
📌 थीम 2021 ➛ 'Happiness For All, Forever'
प्रतिवर्ष 20 मार्च को सम्पूर्ण देश में अंतरराष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस (International Day of Happiness) मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र ने भूटान की पहल पर 20 मार्च को अंतरराष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस घोषित किया है, जो सकल राष्ट्रीय उत्पाद के ऊपर सकल राष्ट्रीय आनंद की अवधारणा को लगातार महत्त्व देता है।
यह दिवस साल 2013 से प्रतिवर्ष विश्व भर में खुशी के महत्व को समझने हेतु मनाया जाता है। पहला अंतरराष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस 20 मार्च 2013 को मनाया गया था। अंतरराष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस एक विश्वव्यापी आंदोलन की भांति कार्य कर रहा है जो प्रसन्नता को मौलिक मानव अधिकार बनाये जाने हेतु जागरूकता प्रदान कर रहा है।
भारत के संबंध में इस दिवस का महत्व प्रसन्नता के स्तर में देश में उत्तरोत्तर सुधार नहीं होने के कारण से भारत की अधिकतर आबादी तनावग्रसित है। संयुक्त राष्ट्र की 'विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट 2019' के अनुसार, भारत खुशहाल देशों की सूची में पिछले साल के मुकाबले सात स्थान नीचे गिरकर 140वें स्थान पर पहुंच गया है। इस सूची में 156 देशों को शामिल किया गया है जिसमें फिनलैंड लगातार दूसरी बार शीर्ष पर है।
विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट 2019 में कहा गया है कि विश्व भर में उदासी, चिंता तथा गुस्से जैसी नकारात्मक भावनाओं में वृद्धि हुई है। पिछले कुछ वर्षों के मुकाबले विश्व की औसत प्रसन्नता दर में भारी कमी आई है। भूटान से ही प्रसन्नता को मापने की अवधारणा शुरू हुई थी. यह रिपोर्ट प्रति व्यक्ति आय, जीडीपी, स्वास्थ्य, सामाजिक सहयोग, आपसी विश्वास, जीवन संबंधी निर्णय लेने की स्वतंत्रता और उदारता जैसे संकेतकों पर तैयार की जाती है।
▪️ पृष्ठभूमि :
अंतरराष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस की अवधारणा भूटान के ग्रॉस नेशनल हैप्पीनेस (जीएनएच) संकल्पना पर आधारित है। भूटान ने 20 मार्च को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है ताकि परिवार के लोग एक साथ रह सकें। भूटान के प्रधानमंत्री जिग्मे वाई थिनले ने कहा कि प्रसन्नता दिवस पर अवकाश घोषित कर सरकार ने हर एक देशवासी को यह सोचने का अवसर दिया है कि जीवन में आनंद की प्राप्ति हेतु क्या जरूरी है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने इस अवसर पर समावेशी और स्थाई मानव विकास की प्रतिबद्धता दोहराने और दूसरों की सहायता करने की अपील की है
✍ World Happiness Report : जारी की गयी।
‘United Nation Sustainable Development Solutions Network’ ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट “World Happiness Report, 2021″ जारी की है। COVID-19 महामारी के बीच इस रिपोर्ट को तैयार किया गया। यह रिपोर्ट तीन संकेतक जीवन मूल्यांकन (Life Evaluation), सकारात्मक मनोभाव (Positive Emotions) और नकारात्मक मनोभाव (Negative Emotions) पर निर्भर होकर व्यक्तिपरक कल्याण को मापती है। यह रिपोर्ट ” World Happiness Day” से पहले प्रस्तुत की गई थी, जिसे 20 मार्च को मनाया जाता है।
▪️ मुख्य बिंदु :
जीवन मूल्यांकन को मापने के लिए, गैलप वर्ल्ड पोल (Gallup World Poll) ने लोगों को अपने वर्तमान जीवन का मूल्यांकन करने के लिए कहा। उनके लिए सबसे अच्छा संभव जीवन का मूल्यांकन 10 के रूप में किया गया था जबकि सबसे खराब संभव जीवन 0 के रूप में। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि, “जीवन मूल्यांकन” अंतरराष्ट्रीय तुलनाओं को संचालित करने के लिए सबसे अधिक जानकारी प्रदान करता है क्योंकि यह संकेतक पूर्ण और स्थिर तरीके से जीवन की गुणवत्ता की जानकारी देता है।
फ़िनलैंड को फिर से दुनिया के सबसे खुशहाल देश के रूप में नामित किया गया था क्योंकि इसकी समग्र रैंकिंग 2020 के सूचकांक के समान थी। डेनमार्क, आइसलैंड, स्विट्जरलैंड और नीदरलैंड ने रैंकिंग में अच्छा प्रदर्शन किया। संयुक्त राज्य अमेरिका को 19वें स्थान पर रखा गया था। भारत 149 देशों में से 139वें स्थान पर था। भारत पिछले वर्ष में 156 देशों में से 144वें स्थान पर था। वर्ष 2021 में भारत से पीछे रहने वाले दस देशों में बुरुंडी, यमन, तंजानिया, हैती, मलावी, लेसोथो, बोत्सवाना, रवांडा, जिम्बाब्वे और अफगानिस्तान हैं।