रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने 22 फरवरी, 2021 को सफलतापूर्वक दो स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित वर्टिकल लॉन्च शॉर्ट रेंज सरफेस टू एयर मिसाइलों (VL-SRSAM) को लॉन्च किया।
▪️ मुख्य बिंदु:
• इस मिसाइलों को स्टैटिक वर्टिकल लॉन्चर की मदद से लॉन्च किया गया था।
• इन्हें ओडिशा तट से दूर इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज, चांदीपुर से लॉन्च किया गया था।
• इन मिसाइलों के प्रक्षेपण की निगरानी प्रयोगशाला के वरिष्ठ वैज्ञानिकों द्वारा की गई जिन्होंने प्रणाली को विकसित करने और डिजाइन करने में मदद की।
▪️ वर्टिकल लॉन्च शॉर्ट रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल (VL-SRSAM)
• VL-SRSAM स्वदेशी रूप से डीआरडीओ द्वारा विकसित और डिज़ाइन किया गया था।
• मिसाइलों को भारतीय नौसेना के लिए लॉन्च किया गया है।
• वे सी-स्कीमिंग लक्ष्यों सहित विभिन्न हवाई खतरों को बेअसर करने में सक्षम है।
• ऊर्ध्वाधर प्रक्षेपण क्षमता को प्रदर्शित करने के लिए DRDO ने दो परीक्षण किए हैं।
• इन दोनों मिसाइलों ने पिनपॉइंट सटीकता के साथ सिम्युलेटेड लक्ष्यों को इंटरसेप्ट किया।
• इन मिसाइलों का परीक्षण इसकी न्यूनतम रेंज और अधिकतम रेंज के लिए भी किया गया था।
• इस परीक्षण के दौरान हथियार नियंत्रण प्रणाली के साथ भी VL-SRSAM को तैनात किए गए थे।
▪️ मिसाइल की विशेषताएं :
इन मिसाइलों में टर्मिनल एक्टिव राडार होमिंग के साथ-साथ मिड-कोर्स इनर्शियल गाइडेंस भी शामिल है। यह पुराने बराक-1 सतह को हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली की जगह लेगा। इसका उपयोग भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना में कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली के रूप में किया जाएगा। मिसाइलों को अस्त्र मार्क 1 के 2006 के प्री-डिज़ाइन से विकसित किया गया है।