झज्जर - शहीदों का शहर |
| स्थापना - 15 जुलाई 1997
सबसे कम जनसंख्या वृद्धि दर (8.90) वाला जिला झज्जर ही है।
• मुख्यालय - झज्जर
• उप-मंडल - झज्जर, बेरी, व बहादुरगढ़।
• तहसील - झज्जर, बहादुरगढ़, मातनहेल व
बेरी।• उप-तहसील - साल्हावास
• खंड - झज्जर, बहादुरगढ़, बेरी, मातनहेल व साल्हावास।
• क्षेत्रफल - 1834 वर्ग किलोमीटर
• जनसंख्या - 958405
• जनसंख्या घनत्व - 523 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर ।
• साक्षरता दर - 80.80 प्रतिशत
नामकरण
> यहां पर छज्जू राम नाम के व्यक्ति ने मोहम्मद गौरी की मदद से एक नगर बसाया था जो कि छाजुनगर के नाम से प्रसिद्ध हुआ, जो कि आगे चलकर झज्जर हो गया।
- झज्जर नगर फिरोज़ शाह तुगलक के समय भी विद्यमान था। फिरोजशाह तुगलक ने ही यहां पर सतलुज से झज्जर तक नहर खुदाई थी।
- शहीदों का शहर – झज्जर
- युद्धों में वीरों की भूमि - भिवानी
- वीरों का नगर - रेवाडी
- शहीदों का गांव - फरीदाबाद का तिगांव
झज्जर का इतिहास
> झाज्झू अथवा झोझ गहलावत व्यक्ति के अनुरोध पर गौरी ने झज्जर शहर को बसाया।
> सन् 1959 में बना झज्जर का पुरातात्विक संग्रहालय हरियाणा के मुख्य संग्रहालयों में से एक है।
> झज्जर शहर से 15 किलोमीटर की दूरी पर बना भिंडावास कांपलेक्स पर्यटक स्थल के रूप में विशेष रूप से प्रसिद्ध है।
» 1857 की क्रांति में झज्जर से नेतृत्व अब्दुर रहमान ने किया। लेकिन 18 अक्टूबर 1857 को नवाब ने छुछकवास में अंग्रेजों के सामने हथियार डाल दिए और 14 दिसंबर 1857 को लाल किले के सामने इन्हें फांसी दे दी गई।
» हरियाणा में सनातन धर्म की प्रथम साखा रूढ़ीवादी ब्राह्मणों ने 1886 में यहीं पर खोली।
> बेरी:- बेरी को एक बिरदो नाम के कानूनगो ने बसाया था। बेरी को धनाढ्य लोगों का शहर कहा जाता था। बेरी में दो भिषण लड़ाइयां लड़ी गई थी।
० प्रथम लड़ाई सन 1794 में जाटों और जॉर्ज थॉमस के मध्य लड़ी गई थी। तब जाकर उन्हे । झज्जर की आमिलदारी मिली थी। यह लड़ाई जार्ज ने जीती थी।
० दूसरी लड़ाई उसने सीखो और मराठों की संयुक्त सेना के विरुद्ध सन 1801 मे लड़ी थी।
० हरियाणा के प्रथम मुख्यमंत्री पंडित भगवत दयाल शर्मा और भारत सरकार के पूर्व रक्षा मंत्री प्रोफेसर शेर सिंह ने बेरी के राजकीय हाई स्कूल में शिक्षा ग्रहण की थी।
» बहादुरगढ़:- बहादुरगढ़ की स्थापना राठी जाट के द्वारा की गई थी। इसका पुराना नाम सराफाबाद है, जो बिस्किट के लिए प्रसिद्ध है। सन 1757 में यह जागीर, बहादुर खान पठान को दे दी गई थी। बहादुर खान ने यहां पर 40 साल तक शासन किया। सन 1865 में बहादुरगढ़ में लाला भगवान दास ने एक तालाब का निर्माण भी यहां पर करवाया था।
० बहादुरगढ़ के प्रमुख उद्योग
- सेनेटरी उधोग
- फुटवियर उधोग - 1980
> जहाजगढ़ - इसे चार्ज थामस ने बसाया था। उस समय ईसका नाम जार्जगढ रखा गया था। बाद में झज्जर के नवाब ने इसे अपने अधिकार में लेकर इसका नाम हुसैनगड रख दिया। यहां पर हरियाणा का सबसे बड़ा पशुओं का मेला लगता है। यह अपनी जुतियों के लिए बहुत प्रसिद्ध है।
» दुजाना - दुजाना को दुर्जन शाह फकीर के द्वारा बसाया गया था। यह रोहतक से 22 किलोमीटर दूर है।
झज्जर में सर्वप्रथम
(सबसे अधिक जनसंख्या वृद्धि दर | गुरुग्राम की है - 73.96)
1. सबसे कम जनसंख्या वृद्धि दर (8.90) वाला जिला झज्जर ही है।
2. हरियाणा का पहला समाचार पत्र दीनदयाल शर्मा के द्वारा शुरू किया गया था जो झज्जर जिले से संबंधित है।
3. हरियाणा में सबसे ज्यादा बिजली का उत्पादन झज्जर क्षेत्र में होता है।
4. "जय जवान योजना" व "पशुधन बीमा योजना" की शुरुआत झज्जर से हुई।
5. हरियाणा का पहला नवोदय स्कूल सन 1986 में झज्जर के कलोई में स्थापित किया गया।
6. झज्जर को सन 2013 में रेलवे लाइन से जोडा गया।
7. दीन दयाल आवास योजना की शुरुआत 1 जनवरी 2017 से झज्जर में हुई थी। जिसका उद्देश्य सस्ती दर पर मकान उपलब्ध कराना था।
झज्जर के मुख्य पर्यटन स्थल
1. गुरुकुल झज्जर पुरातात्विक संग्रहालय:- यह हरियाणा का सबसे बड़ा संग्रहालय है। वर्ष 1959 में आचार्य भगवान देव उर्फ स्वामी ओमानंद सरस्वती ने झज्जर में पुरातात्विक महत्व के संग्रहालय का श्रीगणेश किया। 427 तामपत्रों पर खुदवाई करके लिखे गए स्वामी दयानंद रचित संपूर्ण सत्यार्थ प्रकाश इस संग्रहालय की एक अनूठी और दुर्लभ कृति है। गुरुकुल झज्जर की स्थापना 16 मई सन 1915 को महाशय बिशंभरदास, स्वामी परमानंद और स्वामी ब्रम्हानंद के द्वारा की गई थी।
2. बुआ का गुंबद:- झज्जर में स्थित इस गुंबद का निर्माण मुस्तफा कलोल की बेटी बुआ ने करवाया था। गुंबद के पास एक तालाब का निर्माण भी किया गया है।
3. फुटवियर पार्क
झज्जर के प्रमुख संस्थान
1. महात्मा गांधी तापीय विद्युत परियोजना - यह परियोजना कोयले पर आधारित परियोजना है, जिसकी क्षमता 1320 मेगावाट की है। यह परियोजना चीन के सहयोग से चल रहीहै।
2. अरावली सुपर ताप विद्युत परियोजना - इसकी स्थापना सन 2011 में की गई थी। यह झज्जर के झाड़ली जिले में स्थित है।इसे इंदिरा गांधी सुपर तापीय विद्युत परियोजना भी कहते हैं। यह एन.टी.पी.सी. (इंद्रप्रस्थ पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड) तथा एच.पी.जी.एल. का एक संयुक्त उपक्रम है। यह कोयला आधारित परियोजना है। यहां पर कोयले की आपूर्ति महानदी कोलफील्ड लिमिटेड द्वारा की जाती है।
3. मत्स्य पालन उत्कृष्टता केंद्र - यह झज्जर के बिसन गांव में 153 करोड़ की लागत से बनाया गया
4. राष्ट्रीय भारतीय अनुसंधान संस्थान
5. पैनासोनिक टेक्नोपार्क
6. जगन्नाथ विश्वविद्यालय
7. जहांआरा बाग खेल स्टेडियम
8. पैनासोनिक कंपनी
9. प्रतापगढ़ फार्म
10. द्वारका और जोखी सेढ की हवेली - डिघल
11. उत्तर भारत का पहला भूकंप मापिय केंद्र
झज्जर के महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल
1. भीमेश्वरी देवी का मंदिर:- यह महाभारत के काल का मंदिर है। बेरी गांव में स्थापित इस मंदिर के दर्शन करने के लिए देश-विदेश से पर्यटक भी यहां पर आते हैं।
2. कांच की मस्जिद:- रोहतक से 22 किलोमीटर दूर झज्जर मार्ग पर स्थित ग्राम दुजाना में निर्मित यह प्राचीन मस्जिद है। आज से लगभग 200 साल पहले सयद हाफिजुद्दीन नामक एक काजी ने इस मस्जिद का निर्माण करवाया था।
3. निराचा धाम बेरी:- जिला झज्जर के कस्बा बेरी के पूर्वोत्तर में स्थित निराचा धाम का बड़ा महत्वहै। इसे बाबा भगवान दास आश्रम के नाम से भी जाना जाता है।
4. डीघल गांव का शिवालय:- यहां पर डीघल में प्राचीन शिवालय स्थित है। इस मंदिर का निर्माणकार्य साहूकार लाला धनीराम ने प्रारंभ करवाया था। एक ऊंची चौटी पर नागर शैली में बने शिवालय को बनाने के लिए ब्रह्माभाग, विष्णुभाग तथा सबसे ऊपर शिव भाग की कल्पना की गई।
5. बेरी का रूढमल मंदिर:- बेरी में अनेक प्राचीन मंदिर स्थित हैं। इनमें रूढमल मंदिर प्रसिद्ध है। इस मंदिर के चारों ओर 24 अवतारों के शिल्प बनाए गए हैं। इस मंदिर का निर्माण 1892 में लाला रूडमल, सूरजभान और गिरधारीलाल नामक तीन भाइयों ने करवाया था।
6. छुड़ानी धाम
7. ठाकुर द्वार धाम
झज्जर के प्रमुख वन्य जीव अभ्यारण
1. गौरेया पर्यटक स्थल:- राष्ट्रीय राजमार्ग पर बहादुरगढ़ में गौरेया पर्यटक स्थल स्थापित किया गया
2. भिंडावास पक्षी विहार:- भिंडावास पक्षी विहार झज्जर से लगभग 15 किलोमीटर दूर पहल गांव में स्थित है। यहां पर देश-विदेश से 250 से भी अधिक परकार के पक्षि आते हैं। यह अभ्यारण्य भूरे हंस व बुलबुल आदि के लिए प्रसिद्ध है।
3. खपरावास वन्य जीव अभ्यारण - यह अभ्यारण्य भिंडावास वन्य जीव अभ्यारण से 1.5 किलोमीटर दूर है। ईसको 1991 मे मान्यता दी गई थी।
झज्जर की कुछ महत्वपूर्ण खास बातें
1. हरियाणा में घोड़ों का मेला बेरी गांव मे लगता है।
2. झज्जर में 20 करोड़ की लागत से सोलिड वेस्ट प्लांट लगाया गया है।
3. बहादुरगढ़ को हरियाणा का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है।
4. "अपना घर टूरिस्ट" झज्जर के प्रतापगढ़ में स्थित है।
5. अब तक हरियाणा में पांच लोगों को विक्टोरिया क्रॉस मिले हैं जिनमें से तीन झज्जर से हैं। ___
i. चौधरी बदलूराम = 1914-1918
ii. कैप्टन रामस्वरूप = 1939-1945
iii. कैप्टन उमराव = 1939-1945
6. हरियाणा का तीसरा सैनिक स्कूल झज्जर के मातन्हेल मे 2016 मे बनाने की घोषणा की गई है।
झज्जर के प्रमुख मेले
1. संत गरीबदास का मेला झज्जर के छुड़ानी गांव में लगता है।
झज्जर के प्रमुख व्यक्ति
1. भगवत दयाल शर्मा - इनका जन्म 26 जनवरी सन 1918 को झज्जर के बेरी गांव में हुआ था। यह हरियाणा के पहले मुख्यमंत्री बने थे। यह 30 अप्रैल 1980 से 14 मई सन 1984 तक उड़ीसा व मध्य प्रदेश के राज्यपाल भी रह चुके हैं। इनकी मृत्यु 22 फरवरी सन 1993 को हुई।
2. हरियाणा में जो दो मिस इंडिया बनी है वह झज्जर से ही हैं।
० कनिष्का धनखड़ - 2011
० मनुषी छिल्लर - 2017
3. मनुषी छिल्लर - यह मिस वर्ल्ड और मिस इंडिया रह चुकी हैं इनको एनीमिया फ्री हरियाणा की ब्रांड एंबेस्डर भी बनाया गया है।
4. पंडित दीनदयाल शर्मा - इन्होंने सनातन धर्म को पूरे हरियाणा में सबसे अधिक लोकप्रिय बनाया।
5. रविंद्र खत्री - यह एक कुश्ती पहलवान है।
6. जगत जाखड़ - यह चंद्रावल फिल्म के अभिनेता हैं।
7. गजेंद्र फोगाट - यह मलिकपुर से संबंधित है और एंडी छोरा के नाम से प्रसिद्ध है।
8. दलबीर सिंह सुहाग - यह पूर्व थल सेनाध्यक्ष हैं।
9. बजरंग पूनिया - यह एक कुश्ती पहलवान है।
10, बस्तीराम - यह आर्य समाज के प्रचारक हैं जो खेड़ी सुल्तान गांव से संबंधित है।
11. मनु भाकर - इन्होंने ISSF वर्ल्ड कप व कॉमनवेल्थ गेम में 10 मीटर एयर पिस्टल मे स्वर्ण पदक जीता हुआ है।
झज्जर के प्रमुख उद्योग
» मशीन उपकरण
> ऑटोमोबाइल पार्ट्स ।
> डीजल इंजन
>ग्लास इक्यूपमेंट इंडिया लिमिटेड
> रिलेक्सो फुटवियर लिमिटेड
» सूर्या रोशनी लिमिटेड
> पारले बिस्कुट लिमिटेड
» श्री कृष्ण पेपर मिल्स एंड प्राइवेट लिमिटेड
> स्टील पाइप स्ट्रिप्स लिमिटेड
> प्रमुख नदी- साहिब और कृष्णावती