हरियाणा के प्राकृतिक खंड एवं जलवायु

हरियाणा को मुख्य रूप से 3 प्राकृतिक खंडों में बांटा गया है -
1. शिवालिक पर्वत श्रेणी क्षेत्र - शिवालिक पर्वत की श्रेणियां हरियाणा के उत्तर पूर्वी भाग में स्थित हैं और इनकी ऊंचाई 900 मीटर से 23 मीटर तक है ।
2. घग्गर यमुना का आब - यह क्षेत्र दो भागों में विभाजित है प्रथम भाग जो ऊंचा है बांगड़ कहलाता है तथा द्वितीय भाग जो नीचे है खादर के नाम से जाना जाता है ।
3 . अरावली पर्वतमाला का शुष्क मैदानी भाग - यह क्षेत्र ऊंचा नीचा एवं कटा फटा है । भिवानी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, फरीदाबाद, चरखी दादरी तथा गुरुग्राम के पश्चिमी भाग इसी भूखंड के अंतर्गत आते हैं ।
हरियाणा की जलवायु -हरियाणा की जलवायु भी उत्तर भारत के अन्य राज्यों के जैसी ही है । यहां गर्मियों में तेज गर्मी और सर्दियों में तेज सर्दी पड़ती है । मई-जून में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस और जनवरी में तापमान जीरो डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है । यहां वर्षा कम एवं अनिश्चित होती है । यहां शिवालिक घाटियों में अधिकतम वर्षा 216 सेंटीमीटर तथा दक्षिणी क्षेत्र में 25 से 28 सेंटीमीटर तक रिकॉर्ड की गई है।