अपने आस-पास गिरगिट को तो देखा का ही होगा और आपने ये भी देखा होगा कि कोई भी खतरा होने पर गिरगिट अपना रंग बदल लेता है पर क्या आपने कभी सोचा है कि गिरगिट ऐसा कैसे कर लेता है तो आइये जानते हैं ऐसा क्यों?
🔮गिरगिट (Chameleons) अपना रंग अपने आस पास के वातावरण के अनुसार बदल लेता है। रंग बदले की यह खूबी गिरगिट को उसके दुश्मनों से बचाने में काम करती है। गिरगिट का रंग बदलना उसकी त्वचा में उपस्थित क्रोमाटोफोरस (Kromatofors) नाम सैल के कारण होती है। इस सैल को गिरगिट के मस्तिक से नियंत्रति किया जाता है। जब मस्तिक को खतरा महसूस होता है तो वह खतरा भांप कर कोशिकाओं को फैैलने और सिकुडने हेतु निर्देशित करता है। क्रोमाटोफोरस सेल (Kromatofors cell) अपना आकार बदलते हैं और क्रोमाटोफोरस सेल में भूरे,पीले काले और सफेद रंग के रंजक होते हैैं और इन्हीं रंजकों के कारण गिरगिट का रंग बदल जाता है और यह आस पास के वातावरण में धुल मिल जाता है।