अक्सर देखा होगा पेड़ पौधों की पत्तियों पर लाइनें यानी धारियां पाई जाती हैं। फिर किसी भी प्रजाति का हो और पत्तियों का आकार कैसा भी क्यों ना हो लेकिन उसमें धारियां जरूर होती हैं। सवाल यह है कि पेड़ों की पत्तियों में विशेष प्रकार की धारियां क्यों होती हैं। इनका कोई इंपॉर्टेंस भी है या फिर बस एक डिजाइन है। आइए पढ़ते हैं:-
*🚨पेड़ पौधों में पोषण की प्रक्रिया👉🏻*
पेड़ पौधों की पत्तियों की पत्तियों को "किचन ऑफ द प्लांट" कहा जाता है। यानी यहां पर पेड़ पौधों का खाना बनता है परंतु क्या आप जानते हैं कि यहां बना हुआ खाना किस प्रकार से पेड़ पौधे के प्रत्येक भाग तक पहुंचता होगा। यानी खाना तो बन जाता है लेकिन उसे सर्व कैसे किया जाता है। तो चलिये लगे हाथ आज यह भी समझ लेते हैं।
*🚨पेड़ की पत्तियों में पाई जाने वाली धारियों या लाइनों से क्या होता है👉🏻*
जिस प्रकार हमारे शरीर के प्रत्येक भाग तक ब्लड या रक्त को पहुंचाने के लिए धमनियाँ एवं शिराएं (Arteries and Veins) पाई जाती हैं। ठीक उसी प्रकार पेड़ पौधों की पत्तियों में शिराएं (Veins) पाई जाती हैं। ये शिरायें पौधे के प्रत्येक भाग तक भोज्य पदार्थ को पहुंचाने का कार्य करती हैं। इनमें एक मुख्य शिरा होती है, जोकि बहुत सारी शाखाओं में बंटी होती है। यह शिराएँ, पत्तियों में एक विशेष क्रम में व्यवस्थित होती हैं जिसे शिराविन्यास (Venation) कहा जाता है। यह शिराएं मुख्य रूप से दो प्रकार से व्यवस्थित होती हैं, जालीकावत (Reticulate) जैसे आम, नीम आदि एवं समानांतर (Parellel) जैसे- केला आदि।
*🚨शिराएं किससे बनी होती हैं👉🏻*
यह शिरायें एक विशेष प्रकार के ऊतक (Tissue) से बनी होती हैं जिसे फ्लॉयम (Phloem) कहते हैं यही उत्तक शरीर के प्रत्येक भाग तक भोज्य पदार्थों का संवहन करता है। जबकि पौधों की जड़ों से पत्तियों तक पानी पहुंचाने का कार्य जाइलम (Xylem) करता है। इन दोनों ऊतकों के कार्यों को याद रखने की आसान सी ट्रिक है:-
📌जायलम (Xylem) - जल का संवहन करता है।
📌फ्लॉयम (Phloem)- फूड का संवहन करता है।