✅ भारतीय रिज़र्व बैंक का स्थापना दिवस
1 अप्रैल को भारतीय रिज़र्व बैंक का स्थापना दिवस मनाया जाता है, इसकी स्थापना 1 अप्रैल, 1935 को की गयी थी।
▪️ पृष्ठभूमि :
RBI से पहले, केंद्रीय बैंक के सभी कार्य इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया (Imperial Bank of India) द्वारा किए जा रहे थे। इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया अधिनियम, 1920 के माध्यम से इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया की स्थापना 1921 में हुई थी, जिसने तीन प्रेसीडेंसी बैंकों को एक मजबूत बैंक में मिला दिया था। इस बैंक को देश के संभावित मंडी शहरों में अगले 5 वर्षों में 100 शाखाएं खोलने का निर्देश दिया गया था। इस बैंक को केंद्रीय बैंक बनाने के विचार के साथ बनाया गया था और इसे केन्द्रीय बैंक के सभी कार्यों का निर्वहन करने की अनुमति दी गई थी। मुद्रा और क्रेडिट, सार्वजनिक ऋण, सरकारी प्राप्तियां और संवितरण, प्रबंधन और प्रतिभूतियों और बांड, बैंकरों के बैंक आदि का कार्य इसे सौंपा गया था। बाद में हिल्टन यंग कमीशन (Hilton Young Commission) ने सिफारिश की कि केंद्रीय बैंक को अलग से बनाया जाना चाहिए।
▪️ भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) :
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 के प्रावधानों के अनुसार 1 अप्रैल 1935 को भारतीय रिज़र्व बैंक की स्थापना हुई थी। शुरू में रिज़र्व बैंक का केंद्रीय कार्यालय कोलकाता में स्थापित किया गया था लेकिन 1937 में स्थायी रूप से इसे मुंबई में हस्तांतरित कर दिया गया था। केंद्रीय कार्यालय वह स्थान है, जहां गवर्नर बैठता है तथा जहां नीतियां तैयार की जाती हैं। 1949 मे राष्ट्रीयकरण के बाद से रिज़र्व बैंक पूरी तरह से भारत सरकार के स्वामित्व में है।
▪️ RBI का राष्ट्रीयकरण :
स्वतंत्रता के बाद, सरकार ने Reserve Bank (Transfer to Public Ownership) Act, 1948 पारित किया और निजी शेयरधारकों को उचित मुआवजे का भुगतान करने के बाद आरबीआई को अपने नियंत्रण में ले लिया। इस प्रकार, आरबीआई का राष्ट्रीयकरण 1949 में हुआ और 1 जनवरी, 1949 से आरबीआई ने सरकारी स्वामित्व वाले बैंक के रूप में काम करना शुरू किया।
📌 रिजर्व बैंक के अब तक के गवर्नरों की सूची :
1. सर ओसबर्न स्मिथ (01-04-1935 से 30-06-1937): वह रिजर्व बैंक पहले गवर्नर थे। वह एक प्रोफेशनल बैंकर थे, जिन्होंने बैंक ऑफ न्यू साउथ वेल्स में 20 साल से ज्यादा और कॉमनवेल्थ बैंक ऑफ ऑस्ट्रेलिया में 10 साल तक काम किया था। वह 1926 में इम्पैरियल बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजिंग गवर्नर के रूप में भारत आए। यह उल्लेखनीय है कि अपने कार्यकाल के दौरान स्मिथ ने किसी करेंसी नोट पर हस्ताक्षर नहीं किया था।
2. जेम्स टेलर (01-07-1937 to 17-02-1943)
3. चिंतामन द्वारकानाथ देशमुख (11-08-1943 से 30-06-1949): वह इंडियन सिविल सर्विस के सदस्य थे और आरबीआई के पहले भारतीय गवर्नर थे। वह वर्ष 1950 से लेकर 1956 तक देश के वित्त मंत्री भी रहे।
4. सर बेनेगल रामा राव (01-07-1949 से 14-01-1957): वह इंडियन सिविल सर्विस के अधिकारी थे। वह सबसे लंबे समय तक आरबीआई के गवर्नर रहे थे। बैंक से जुड़ने से पहले वह अमेरिका में भारत के राजदूत थे।
5. के.जी.अंबेगावकर (14-01-1957 से 28-02-1957): वह भी इंडियन सिविल सर्विस के अधिकारी थे। रामा राव के इस्तीफा देने के बाद उन्हें अंतरिम गवर्नर बनाया गया था।
6. एच.वी.आर अयंगार (01-03-1957 से 28-02-1962)
7. पीसी भट्टाचार्य (01-03-1962 से 30-06-1967)
8. एल के झा (01-07-1967 से 03-05-1970)
9. बी एन अदरकर (04-05-1970 से 15-06-1970)
10. एस जगरनाथन (16-06-1970 से 19-05-1975)
11. एनसी सेन गुप्ता (19-05-1975 से 19-08-1975)
12. के आर पुरी (20-08-1975 से 02-05-1977)
13. एम नरसिंहन (02-05-1977 से 30-11-1977)
14. आईजी पटेल (01-12-1977 से 15-09-1982)
15. मनमोहन सिंह (16-09-1982 से 14-01-1985)
16. ए घोष (15-01-1985 से 04-02-1985)
17. आर एन मल्होत्रा (04-02-1985 से 22-12-1990)
18. एस वेंकिटरमणन (22-12-1990 से 21-12-1992)
19. सी रंगराजन (22-12-1992 से 22-11-1997)
20. बिमल जालान 22-11-1997 से 06-09-2003
21. वाई वी रेड्डी (06-09-2003 से 05-09-2008)
22. डी सुब्बाराव (05-09-2008 से 04-09-13)
23. रघुराम राजन (04-09-2013 से 04-09-2016)
24. उर्जित आर पटेल (04-09-2016 से 11-12-2018)
25. शक्तिकांत दास (12-12-2018 से अब तक)