*🐜"कीड़े-मकौड़े पानी पर बिना डूबे कैसे चलते हैं | यहां जानें"🐛*
हम अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में हर दिन कुछ ऐसी चीजें देखते हैं जिसे देखने के बाद कभी-कभी ऐसे लगता है कि ये एक चमत्कार से कम नहीं है ! हालांकि इनके पीछे विज्ञान के कुछ नियम छिपे होते हैं ! जैसे की आपने कई बार इन बातों पर ध्यान भी दिया होगा कि कीड़े-मकौड़े पानी पर बिना डूबे बड़े आराम से चलते हैं लेकिन अगर कोई इंसान या किसी भी जीव को अगर पानी पर डाला जाए तो वो डुब जाता है
🔘लेकिन कीड़े-मकौड़े के साथ ऐसे क्यों होता है ! इसके पीछे क्या कारण हो सकता है ! आज हम आपको इस बारे में कुछ रोचक बताने जा रहे हैं कि आखिर ऐसा क्यों होता है ! जैसा की हमने आपको बताया कि हर कुछ सवालों के पीछे विज्ञान के कुछ नियम छिपे होते हैं ! यहां भी कुछ-कुछ ऐसा ही हैं !
*🔮कीड़े-मकौड़ो का होता है कम वजन, जिसके चलते वो पानी पर चलते हैं👉🏻*
दरअसल, कीड़े-मकौड़े का वजन इतना कम होता है कि वे पानी के पृष्ठ तनाव या सरफेस टेंशन (Surface tension) को तोड़ नहीं पाते ! पानी और दूसरे द्रवों का एक गुण है जिसे सरफेस टेंशन (Surface tension) कहते हैं ! इसी गुण के चलते किसी द्रव की सतह किसी दूसरी सतह की ओर आकर्षित होती है !
*🔮पानी के सरफेस टेंशन को नहीं तोड़ पाते कीड़े-मकौड़े 👉🏻*
पानी का सरफेस टेंशन दूसरे द्रवों के मुकाबले बहुत ज्यादा होता है ! इस वजह से बहुत से कीड़े-मकौड़े आसानी से इसके ऊपर टिक सकते हैं ! इन कीड़े-मकौड़े का वजन पानी के सरफेस टेंशन को भेद नहीं पाता ! इसी के चलते वो पानी के सरफेस टेंशन पर बड़े आरान से चल पाते हैं !
*🔮सरफेस टेंशन और क्या करता है काम👉🏻*
बता दें कि सरफेस टेंशन (Surface tension) एक काम और करता है कि वो पेन की रिफिल या कोई महीन नली लीजिए और उसे पानी में डुबोएं ! आप देखेंगे कि पानी नली में काफी ऊपर तक चढ़ आता है ! पेड़-पौधे जमीन से पानी इसी तरीके से हासिल करते हैं !
🔘साथ ही उनकी जड़ों से बहुत पतली-पतली नलियां निकलकर तने से होती हुई पत्तियों तक पहुंच जाती हैं ! साल 1995 में गणेश प्रतिमाओं के दूध पीने की खबर फैली थी ! दरअसल, सरफेस टेंशन के चलते ही चम्मच का दूध पत्थर की प्रतिमा में ऊपर चढ़ जाता था !